टिनिटस या कान बजना एक बहुत ही गंभीर व जटिल समस्या है, अगर यह अपने सामान्य स्तर से बढ़ जाये, तो यह आपको भरा भी बना सकती है। “लोवा विश्वविद्यालय” के शोधकर्ताओं द्वारा किये गए अध्ययन के अनुसार, टिनिटस मस्तिष्क के कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों को प्रभावित करता है। यह समस्या न केवल मस्तिष्क के उस हिस्से को प्रभावित करती है, जो ध्वनि की जानकारी प्राप्त करता है। बल्कि मस्तिष्क के दूसरे हिस्सों को भी प्रभावित करती है, जो मनुष्य की स्मृति, ध्यान और भावना को नियंत्रित करते है। इसलिए टिनिटस का उपचार बेहद जरुरी है क्योंकि यह एक गंभीर समस्या हो सकती है।
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इस लेख में हम चर्चा करेंगे :
- 1. टिनिटस क्या है?
- 2. टिनिटस पर एक नजर
- 3. टिनिटस से सम्बंधित प्रश्न
- 4. टिनिटस के कारण क्या है?
- 5. टिनिटस का उपचार संभव है या नहीं? जानिये
- 6. टिनिटस का उपचार के लिए नए दिशानिर्देश
- 7. टिनिटस का उपचार कैसे करें?
- 8. कुछ अन्य स्रोतों से प्राप्त दिशानिर्देश
- 9. टिनिटस का उपचार के लिए कुछ दवाएँ
- 10. टिनिटस का उपचार करने के बेहतर विकल्प
- 11. टिनिटस का उपचार व रोकथाम के उपाय
टिनिटस क्या है?
टिनिटस जिसको अक्सर सामान्य भाषा में कानों में आभासीय ध्वनियों का सुनाई देना, कान का बजना या “रिंगिंग”कहा जाता है। यह समस्या आंतरिक कान की छोटी संवेदी कोशिकाओं को नुकसान पहुंचने या गंभीर हानि के कारण उत्पन्न होती है। यह सामान्यतः –
- “रिंगिंग” (Ringing) कान में घंटियों का स्वर
- “बज्ज” (Buzz) कान में भिनभिनाहट की ध्वनि
- “हरसिंग” (Hissing) कानो में हिस्स की ध्वनि
- “चिर्पिंग” (Chirping) कानो में कुछ चरमराने का स्वर सुनाई देना
- “व्हिस्टलिंग” (Whistling) सीटी बजने की आवाज आना
या अन्य आभासीय ध्वनियों की तरह लगता है। क्योंकि कान में यह शोर मूल रूप से बाहरी स्रोत की बजाय आपके शरीर के अंदर से ही आता है। जिसके कारण सिर्फ आप ही ये शोर या ध्वनि सुन सकते हैं, हालाँकि, यह आपकी कल्पना बिलकुल नहीं है।
टिनिटस से प्रभावित लोगों की जीवन शैली में कई अलग प्रभाव, या पीड़ित व्यक्ति द्वारा ऐसे ही किसी खतरनाक कार्य का करना भी देखा गया है। जैसे –
- अलगाव (Isolation) अकेले रहने की इच्छा
- अवसाद (Depression) निराशा का अनुभव करना
- अनिद्रा (Insomnia) नींद न आना
- कुछ मामलों में अधिक गुस्से के कारण
- आत्मघाती या आक्रामक विचारों का आना
टिनिटस पर एक नजर
जब आप टिनिटस (Tinnitus) से पीड़ित होते हैं तो डॉक्टर आपको सामान्य शारीरिक परीक्षण की सलाह देते है। जिसमें टिनिटस के बारे पता लगाने के लिए आपके कान की सावधानीपूर्वक जांच होती है। आप उपचार शुरू होने से पहले, डॉक्टरों को आपके द्वारा ली जा रही सभी दवाओं के बारे में सारी जानकारी दें।क्योंकि कभी-कभी टिनिटस सामान्य तौर पर कुछ दवाओं के दुष्प्रभाव के कारण भी हो सकता है।
अगर किसी वजह से सामान्य परीक्षणों द्वारा समस्या के कारण के बारे में ज्ञात नहीं होता है। तो फिर आपको श्रवण और तंत्रिका परीक्षण के लिए कान विशेषज्ञ या ऑडियोलॉजिस्ट (कान के विशेष डॉक्टर) के पास जाना चाहिए। श्रवण-परीक्षा के एक भाग के रूप में, आपको कान की जांच की जाती है। जिसे “ऑडीओग्राम” (Audiogram) कहा जाता है। कान की संरचना से जुडी किसी भी समस्या को प्रकट करने के लिए “एमआरआई” (MRI) या “सीटी स्कैन” (CT Scan) जैसी तकनीक का भी उपयोग किया जा सकता है।
टिनिटस से सम्बंधित प्रश्न
डॉक्टर टिनिटस का उपचार और परिक्षण के दौरान टिनिटस के लक्षणों जानने के लिए निम्न प्रश्न पूछते हैं –
- क्या आपके द्वारा सुनी जाने वाली शोर की तीव्रता और प्रकृति अलग-अलग है?
- आप किस कान में “टिनिटस” की ध्वनि सुनते हैं?
- आप किसी एक अथवा दोनों कानों में ध्वनि सुनते है?
- आप अपने कानों में घंटियां बजने, गूंजने, गर्जन, टिक-टिक या हिस्स की ध्वनि के शोर सुनते हैं?
- आपके द्वारा सुना जाने वाला शोर कितना जोरदार है?
- ध्वनि की तीव्रता उच्च या कम है?
- यह परेशानी ज्यादा चिड़चिड़ी है या कम चिड़चिड़ी है?
- क्या सुनाई देने वाली ध्वनियाँ बदलती रहती है?
- क्या आपको यह लगातार सुनाई देती है या थोड़े समय के लिए?
टिनिटस के कारण क्या है?
टिनिटस या कान बजने की समस्या में आपको अपने कान कुछ प्रकार की आभासीय ध्वनियाँ लगातार सुनाई देती रहती है। यह स्थिति तब और अधिक बदतर हो जाती है जब आप किसी शांत स्थान पर हो या फिर एक अकेले कमरे में नींद लेने का प्रयास करते है। वैसे तो टिनिटस की समस्या कई कारणों से हो सकती है। पर कई लोगों को इन मुख्य कारणों की वजह से टिनिटस का अनुभव होता है –
- आयु बढ़ने से संबंधित सुनने की समस्या
- जोरदार शोर के संपर्क में आने से सुनने में समस्या
- ध्वनि प्रदुषण वाले वातावरण के संपर्क में आना
- कान का मैल अधिक होने से प्रवाहकीय श्रवण हानि
- किसी चिकित्सा के फलस्वरूप कान की हड्डी में परिवर्तन
- किसी बिमारी में ली जा रही दवा के दुष्प्रभाव के कारण
- मध्य कान में संक्रमण के कारण
- आंतरिक कान में सूजन होने के कारण
- आपके कान की नस में क्षति पहुंचने से
- कानों में लगातार हेडफोन का प्रयोग करने के कारण
- तंत्रिका बहरापन या संवेदी रूप से सुनने की शक्ति कम होना
टिनिटस का उपचार संभव है या नहीं? जानिये
टिनिटस से पीड़ित कोई भी व्यक्ति इन पीड़ादायी लक्षणों से राहत पाने के लिए कोई भी उपाय अपना लेगा। आजकल तो ऐसा प्रतीत होता है कि प्रत्येक कोने से टिनिटस का उपचार लिए एक नया समाधान बाहर निकल कर आ रहा है। हालाँकि, उन उपायों के साथ मुख्य समस्या यह है कि वे वास्तव में काम नहीं करते हैं। यह भयावह स्थिति टिनिटस का उपचार के लिए मौजूद नए दिशानिर्देशों के बारे में होने वाली जागरूकता की कमी के कारण हो सकती है।
कई व्यक्ति कान में निरंतर घंटियां बजने (रिंगिंग) के बारे में शिकायत करते हैं। और इसके स्थायी इलाज के लिए डॉक्टर से मांग करते हैं। तो क्या वाकई इस समस्या के लिए कोई स्थायी इलाज है? दुर्भाग्यवश, अभी तक तो नहीं है। ख़ास तौर पर इसके लिए कोई इलाज या टिनिटस का उपचार वैज्ञानिक रूप से अभी तक सिद्ध नहीं किया गया है। लेकिन आप अपने कान में होने वाले “टिनिटस” का सामना करने और उसके साथ सहज रहने के तरीकों के बारे में और अधिक जानने के लिए “AAO-HNS” (एएओ-एचएनएस) द्वारा जारी दिशानिर्देश प्राप्त कर सकते हैं।
टिनिटस का उपचार के लिए नए दिशानिर्देश
टिनिटस का उपचार के बारे में नए दिशानिर्देश “अमेरिकन एकेडमी ऑफ ओटोलरींगोलॉजी – हेड एंड नेक सर्जरी” (एएओ-एचएनएस) द्वारा जारी किए गए हैं। इन नए दिशानिर्देशों में निम्नलिखित तथ्य शामिल हैं –
- रोगी का पूरा चिकित्सा इतिहास
- कान की जांच की रिपोर्ट
- पूर्ण शारीरिक और कान परिक्षण
- टिनिटस का प्रबंधन करने के लिए परामर्श सत्र
- सुनने की समस्या वाले लोगों के लिए कान की मशीन का मूल्यांकन
“एएओ-एचएनएस” दिशानिर्देशों के साथ-साथ कुछ नए टिनिटस उपचार भी अनुसंधान में हैं। यह उनकी तकलीफ को कम करने के लिए है। यह टिनिटस के साथ रहने वाले लोगों के लिए काम कर सकता है। इसलिए लोगों को उनकी स्थितियों का प्रबंधन करने (उनको कम करने) में मदद करने के लिए कुछ नए दिशानिर्देश हैं। यदि आप “टिनिटस” से निपटने के लिए इन दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए तैयार हैं। तो आप बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकते है। इन स्वास्थ्य जांच दिशानिर्देशों के साथ-साथ एक आहार-योजना का पालन करने की सिफारिश दी जाती है।
1. ऐसे पदार्थ जिनके उपयोग से बचना चाहिए
एएओ-एचएनएस “आहार पूरक” (अतिरिक्त जरूरतों की पूर्ति करने वाले पदार्थ) द्वारा नए टिनिटस का उपचार के लिए दिशानिर्देशों के अनुसार “जिन्कगो बिलोबा”, “मेलाटोनिन” और “जिंक” जैसी दवाओं की सिफारिश नहीं की जाती है। एएओ-एचएनएस के दिशानिर्देशों के अनुसार टिनिटस के प्रभावों का प्रबंधन सावधानी से व निर्देशानुसार किया जाना चाहिए।
टिनिटस का सफल इलाज करने के लिए किसी भी प्रकार के “एंटीडिप्रेसेंट” (Antidepressant) या “एंटी-एंग्जायटी” (Anti-Angiote) दवाओं के नियमित उपयोग भी नहीं करना चाहिए। दवाओं के साथ-साथ “एएओ-एचएनएस” रोगी के टिनिटस का आंकलन (टिनिटस परिक्षण) करने के लिए “एमआरआई” (दिमाग में होने वाली गतिविधियों की जाँच करने की तकनीक) आदि जैसी “इमेजिंग” तकनीकों आदि के सभी प्रकार का उपयोग करने से मना करता है।
2. डॉक्टर की सलाह ले
आप पहले तो अपने डॉक्टर को अपनी निम्नलिखित जानकारी दें –
- परेशान करने वाले संकेत और लक्षण बताएं।
- चिकित्सा इतिहास, जैसे किसी भी स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में बताएं।
- सुनने की समस्या, उच्च रक्तचाप, या बंद धमनियां (एथेरोस्क्लेरोसिस) के बारे में बताएं।
- आपके द्वारा किये गए टिनिटस के घरेलू उपचार बताएं।
- आपको दी गई सभी दवाएं की जानकारी दें।
टिनिटस का उपचार कैसे करें?
यदि आप अपने टिनिटस का सफल इलाज (tinnitus ka safal ilaaj) ढूंढ रहे हैं? जो की पूर्ण रूप से कारगर हो? तो आप सही जगह आये है। हालाँकि, इस समस्या में समय बीतने के साथ सुधार अवस्य होता है। क्योंकि इससे निपटने के लिए उपचार उपलब्ध हैं। कुछ मामले ऐसे होते हैं जिनका कारण ढूंढने में डॉक्टर भी असमर्थ होते हैं। इसलिए दैनिक आधार पर आपकी समस्या का प्रबंधन करने (उसे कम करने) में सहायता के लिए उपाय उपलब्ध हैं। इनमें से कुछ उपचार नीचें उल्लेखनीय हैं –
टिनिटस का उपचार के लिए संभावित चिकित्सा पद्धति निम्न लिखित है –
1. कंपन चिकित्सा पद्धति
एक शोध में “सनी ब्रुकलिन” और “वर्जीनिया” राष्ट्रमंडल विश्वविद्यालय के शोधकर्ता ने “अल्ट्रा क्वाइट” नामक एक नई कंपन तकनीक के बारे में पढ़ा। इसमें निम्नलिखित यन्त्र शामिल हैं – “म्यूजिक प्लेयर”, “एम्पलीफायर”, और “हेडपीस” आदि। हेडपीस में एक छोटी सी डिस्क होती है जो “मास्टॉयड” हड्डी तक होती है।
जहां यह छोटी सी डिस्क संगीत को उच्च आवृत्ति कंपन में बदल देती है। जिससे यह कम्पन “मास्टॉयड” हड्डी द्वारा संसाधित (या ग्रहण) किया जाता है। फिर यह कम्पन सीधे मध्य कान से गुजरने वाले “कोक्लीअ” या आंतरिक कान की कोशिका तक पहुंच जाता है। और फिर आगे की प्रक्रिया के लिए मस्तिष्क को भेज दिया जाता है।
टिनिटस का उपचार में कुछ और थैरेपीज़ शामिल किए जा सकते हैं, जैसे – विभिन्न प्रकारों के साथ “कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी” (चीजों को याद रखने सम्बन्धी), “साउंड थैरेपी” (ध्वनि सम्बन्धी), और “म्यूजिक थैरेपी” (संगीत सम्बन्धी चिकित्सा पद्धति) का भी उपयोग कर सकते है।
2. टिनिटस रीट्रेनिंग थेरेपी
“टीआरटी” (TRT) मस्तिष्क की प्राकृतिक क्षमता पर, किसी एक अवचेतन स्तर पर टिनिटस की ध्वनि को पृथक (अलग) करने के लिए, आपके दिमाग को एक विशेष संकेत का आदि करने (आदत डालने) पर निर्भर करता है।
जिससे यह टिनिटस का प्रभाव आपके मष्तिष्क की सचेतन धारणा तक न पहुंच सके। मस्तिष्क को इस ध्वनि का आदि करने के लिए अलग से किसी सचेत प्रयास की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए लोग “एयर कंडीशनर” (AC), कंप्यूटर में लगे पंखे, “रेफ्रिजरेटर” और बारिश जैसी कई आवाज़ें अपनाते हैं। इसमें आम बात यह है कि इसका कोई प्रभाव नहीं होता है। इसलिए इनके जोर (तीव्रता) से फर्क नहीं पड़ता है। जिससे की मस्तिष्क उन्हें अवलोकन कर पाता है।
3. कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी
यह “सीबीटी” (CBT) अवसाद के लक्षण और उपचार, चिंता, निराशा का इलाज करने के लिए अक्सर उपयोगी होता है। इस चिकित्सा पद्धति का उद्देश्य आपके द्वारा अपने व्यवहार को बदलने के बारे में, सोचने के तरीकों, को रोकना है।
यह टिनिटस की स्थिति के साथ प्रभावी रूप से लागू हो सकता है। टिनिटस के बारे में कम ज्ञान होने की स्थति में आपको परेशानी और निराशा महसूस होगी। इससे आपके लिए स्थिति और अधिक खराब हो जाएगी। यह उपचार टिनिटस के बारे में सोचने के तरीके को बदलता है।
जिससे आप अपनी चिंता को कम करने में मदद कर सकते हैं। और आप खुद को परेशान करने वाले शोर को स्वीकार भी कर सकते हैं। इससे ऐसा भी हो सकता है की कुछ समय के बाद, यह समस्या आपके लिए कम ध्यान देने योग्य हो जाये।
कुछ अन्य स्रोतों से प्राप्त दिशानिर्देश
टिनिटस (Tinnitus) के चिकित्सा प्रतिरोधी होने के पीछे मुख्य कारण यह है, कि इसमें मस्तिष्क के कई हिस्सों को शामिल किया जाता है। कोई भी उपचार मस्तिष्क की प्रणाली के किसी एक क्षेत्र को प्रभावित करने में सक्षम नहीं हो सकता है। हालाँकि, किसी चिकित्सा पद्धति को टिनिटस से प्रभावित मस्तिष्क के उन सभी हिस्सों को एक साथ लक्षित करना चाहिए। जो की बहुत मुश्किल हो सकता है। इस कठिनाई को दूर करने के लिए, “मैसाचुसेट्स विश्वविद्यालय” के वैज्ञानिक एक नए चिकित्सा पद्धति का उपयोग कर रहे हैं।
1. संगीत चिकित्सा पद्धति
“मैसाचुसेट्स आई एंड इयर इंफरमरी विश्वविद्यालय” के वैज्ञानिक मस्तिष्क की “न्यूरल प्लास्टिसिटी” (तंत्रिका को ढालने की क्रिया) का उपयोग करके संगीत चिकित्सा पर काम कर रहे हैं।
जिसका अर्थ है की वे टिनिटस के इलाज के लिए इसे पुनः ढालने की क्षमता विकसित कर रहें हैं। उपचार के रूप में, रोगी को अपनी पसंद के संगीत को सुनने कहा जाता है, जो रोगी द्वारा सुनी जाने वाली विशिष्ट आभासीय ध्वनि को पृथक करने या हटाने के लिए किया जाता है।
यह तब मस्तिष्क के उस हिस्से को शांत कर देगा जो अनावस्यक ही उस स्वर से अधिक उत्तेजित हो सकता है। मरीजों पर कुछ सफल परीक्षणों के बाद, “न्यूरोसाइंटिस्ट” “डैनियल पोली” ने निष्कर्ष निकाला कि संगीत चिकित्सा टिनिटस के इलाज के लिए सबसे अच्छा काम करती है। इसलिए यह विशेष और व्यक्तिगत है।
2. काउंसलिंग से भी मदद मिलती है
इस प्रकार की चिकित्सा पद्धति में, आप विशेष डॉक्टरों के साथ काम करते हैं। वे आपकी समस्या के बारे में और जानने में आपकी सहायता करेंगे। इसलिए आप टिनिटस से निपटने के बेहतर तरीके भी ढूंढ सकते हैं।
टिनिटस के लिए दवा या “मास्किंग डिवाइस” (आच्छदन उपकरण) का उपयोग करते समय आप डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं। दवा और “मास्किंग डिवाइस” और “कॉग्निटिव थेरेपी” चीजों को याद रखने सम्बन्धी चिकित्सा पद्धति के साथ सबसे अच्छा काम करते हैं।
जिससे की आप जल्द ही टिनिटस से राहत प्राप्त कर सकते हैं। इसके प्रति जानकारी देने वाले “समर्थन समूहों” में भाग लेना भी आपको टिनिटस का उपचार के लिए अधिक समाधान जानने के बारे में शिक्षित करता है।
टिनिटस का उपचार के लिए कुछ दवाएँ
टिनिटस के इलाज के लिए कई दवाओं का अध्ययन किया गया है। हालाँकि, वे पूरी तरह से टिनिटस का उपचार नहीं कर सकते हैं, लेकिन इसके लक्षणों की गंभीरता और जटिलताओं को काफी हद तक कम करने में मदद करते हैं।
- टिनिटस का उपचार के लिए “एल्विल” (Elville) दवाओं की छोटी खुराक टिनिटस को कम करता है।
- “अल्पार्जोलम, नीरवम, ज़ानाक्स” (Alprazolam, Niravam, Xanax) नामक चिंता-निवारक दवा
- साथ ही कान में “स्टेरॉयड” (Steroids) कुछ लोगों के लिए प्रभावी है।
- लेकिन “स्टेरॉयड” (Steroids) में कुछ दुष्प्रभाव हैं, जैसे नींद आना और जी मिचलाना।
- कुछ छोटे अध्ययनों से पता चला है कि कुछ मामलों में “मिसोप्रोस्टोल” (Misoprostol) नामक हार्मोन सहायक हो सकता है।
- कुछ “ट्रिक क्लिक एंटीड्रिप्रेसेंट्स” (Trick Click AntidiPrescent) जैसे “एमिट्रिप्टीलिन” (Amitriptyline) और “नोर्ट्रिप्टीलीन” (Nortriptyline)
- “एमिट्रिप्टीलिन” और “नोर्ट्रिप्टीलीन” आमतौर पर गंभीर टिनिटस के लिए उपयोगी होते हैं।
- “एमिट्रिप्टीलिन” और “नोर्ट्रिप्टीलीन” के कुछ दुष्प्रभाव भी हैं
- जैसे – कब्ज, शुष्क मुंह, धुंधली दृष्टि और दिल की समस्याएं भी।
- टिनिटस पीड़ितों में “ज़िंक” (Zink) का स्तर कम हो सकता है
- इसलिए “जिंक” की खुराक लेने के लिए भी सलाह दी जा सकती है।
- ज़िंक-युक्त पूरक जैसे – “मैग्नीशियम”, “विटामिन-बी” के साथ ही “फोलिक एसिड” की खुराक।
- “जिन्कगो बिलोबा” एक और हर्बल पूरक है।
- “जिन्कगो बिलोबा” रक्त प्रवाह के दबाव को बनाए रखकर टिनिटस से छुटकारा दिलाता है।
टिनिटस का उपचार करने के बेहतर विकल्प
1. कान की मशीन
कान की मशीन (Hearing aid) आपके टिनिटस को कम करने के लिए सहायक होती है। क्योंकि यह समस्या किसी भी प्रकार की सुनने की समस्या से जुड़ी हो सकती है।
2. मास्किंग डिवाइस
“टिनिटस मास्कर डिवाइस” टिनिटस से पीड़ित कई लोगों के लिए बहुत उपयोगी हैं। यह उपकरण कान की मशीन (हियरिंग ऐड) का प्रतिरूप है, जो टिनिटस द्वारा उत्पादित आंतरिक शोर की तुलना में, निम्न स्तर के स्वेत शोर को अधिक स्वीकार करने योग्य बनाता है।
3. टिनिटस रीस्ट्रेनिंग
यह एक प्रकार का पहनने योग्य उपकरण है। जो टिनिटस की आवृत्तियों को “मास्क” करने के लिए “प्रोग्राम” किए गए “टोनल” संगीत का उत्पादन करता है। यह आपको अपने टिनिटस पर ध्यान केंद्रित नहीं करने देगा। काउंसलिंग भी “टिनिटस-रीस्ट्रेनिंग” का एक हिस्सा है।
टिनिटस का उपचार व रोकथाम के उपाय
टिनिटस की समस्या को रोकने के सुझाव निम्लिखित है –
- जोरदार शोर, ध्वनि प्रदुषण से अपने कान की रक्षा करें।
- हेडफ़ोन और स्पीकर का लगातार उपयोग न करें।
- अपने कान को साफ करने के लिए रुई की पट्टी का उपयोग न करें।
- नियमित रूप से अभ्यास- जैसे चलना, दौड़ना, तैराकी इत्यादि करे।
- तनाव को कम करने का प्रयास करें।
- तनाव टिनिटस को बढ़ाने में योगदान देता है।
- नियमित रूप से योग अभ्यास करें।
- योग अभ्यास तनाव को कम करता है।
- अनावश्यक दवाओं के प्रयोग से बचें,
- क्योंकि यह टिनिटस के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं।
- कान के मोम (मैल) को नियमित अंतराल पर निकालें।
- क्योंकि यह मैल बाद में कठोर हो सकता है।
- मैल कर्ण नलिका को अवरुद्ध (बंद) कर सकता है।
- कान के मैल से प्रवाहकीय श्रवण-हानि, कान में जलन और टिनिटस भी बन सकता है।
- बायोफीडबैक मशीनो द्वारा शरीर की क्रियाओ को नियंत्रित करना आज़माएं
- क्योंकि बायोफीडबैक तकनीक तनाव को नियंत्रित करने में सहायक होती है।
- सुनने की क्षमता में कमी से बचने के लिए अल्कोहल का सेवन कम करें।
- कैफीन (चाय कॉफी में पाया जाने वाला हानिकारक पदार्थ) कम लें।
- निकोटीन (तंबाकू में पाया जाने वाला हानिकारक तत्व) लेने से बचें।
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